Class 8 sanskrit chapter 13 hindi translation
त्रयोदशः पाठः
क्षितौ राजते भारतस्वर्णभूमिः
Hindi translation
सुपूर्ण सदैवास्ति खाद्यान्नभाण्ड
नदीनां जलं यत्र पीयूषतुल्यम् ।
इयं स्वर्णवद् भाति शस्यैधरेयं
क्षितौ राजते भारतस्वर्णभूमिः ॥1॥
खाद्यान्न के पात्र सदा परिपूर्ण रहते हैं, जहाँ नदियों का जल अमृत के समान है, यह (भारत) भूमि फसलों के द्वारा सुशोभित है। पृथ्वी पर भारत स्वर्ण भूमि के रूप में शोभायमान है।
'त्रिशूलाग्निनागैः पृथिव्यस्त्रघोरैः
अणूनां महाशक्तिभिः पूरितेयम् ।
सदा राष्ट्ररक्षारतानां धरेयम्
क्षितौ राजते भारतस्वर्णभूमिः ||2||
त्रिशूल, अग्नि, नाग तथा पृथ्वी आदि भयंकर अस्त्रों के द्वारा तथा परमाणु महाशक्ति के द्वारा यह पूर्ण है। यह राष्ट्र रक्षा में लीन (वीरों ) की पृथ्वी है। पृथ्वी पर भारत स्वर्ण भूमि के रूप में शोभायमान है।
इयं वीरभोग्या तथा कर्मसेव्या
जगद्वन्दनीया च भूः देवगेया।
सदा पर्वणामुत्सवानां धरेयं
क्षितौ राजते भारतस्वर्णभूमिः ॥3॥
यह वीरों के द्वारा भोग्य, कर्म के द्वारा सेवनीय, विश्व के द्वारा स्तुति करने योग्य तथा देवताओं के द्वारा आने योग्य भूमि है। यह सदा पूर्वो की तथा उत्सवों की पृथ्वी है । पृथ्वी पर भारत स्वर्ण भूमि के रूप में शोभायमान है।
इयं ज्ञानिनां चैव ववैज्ञानिकानां
विपश्चिज्जनानामियं संस्कृतानाम् ।
बहूनां मतानां जनानां धरेयं
क्षितौ राजते भारतस्वर्णभूमिः ॥4॥
यह ज्ञानियों, वैज्ञानिकों, विद्वान लोगों की तथा संस्कृत लोगों की यह (पृथ्वी) है यह भूमि अनेक मतों वाले लोगों की है। पृथ्वी पर भारत स्वर्ण भूमि के रूप में सुशोभित है।
इयं शिल्पिनां यन्त्रविद्याधराणां
भिषक्शास्त्रिणां भूः प्रबन्धे युतानाम् ।
नटानां नटीनां कवीनां धरेयं
क्षितौ राजतै भारतस्वर्णभूमिः ।।5।।
यह शिल्पी लोगों की यंत्र विद्याधरों वेद शास्त्रों को जानने वालों की प्रबंध में लगे हुए लोगों की पृथ्वी है। यह अभिनेता, अभिनेत्रियों की तथा कवियों की पृथ्वी है। पृथ्वी पर भारत स्वर्ण भूमि के रूप में सुशोभित है।
वने दिग्गजानां तथा केसरीणां
तटीनामियं वर्तते भूधराणाम्।
शिखीनां शुकानां पिकानां धरेयं
क्षितौ राजते भारतस्वर्णभूमिः ।।6।।
यह वन में हाथियों की शेरों की, नदियों की पर्वतों की. मोरों की तोतों की तथा कोयलों की धरती है। पृथ्वी पर भारत स्वर्ण भूमि के रूप में शोभायमान है।
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